मिर्जापुर: देशभर में आज एमरजेंसी के विरोध ‘तू जमाना बदल’ के नायक यदुनाथ सिंह की टीम ने गुरुवार को आपातकाल के विरोध में काला दिवस मनाया गया, इस मौके पर जमालपुर ब्लॉक के भभौरा गांव में पुराने समाजवादी दिग्गजों का जमावड़ा लगा, यदुनाथ सिंह के जीवन पर आधारित किताब ‘तू जमाना बदल’ के लेखक राजेश पटेल के आवास पर कार्यक्रम की शुरुआत यदुनाथ सिंह की तस्वीर पर पुष्पांजलि के साथ हुई, इस कार्यक्रम में यदुनाथ सिंह के अभिन्न क्रांतिकारी साथी सरदार सतनाम सिंह ने आपातकाल के अपने अनुभवों को साझा किया, उनको करीब 14 साल की उम्र में ही पांच जुलाई 1975 को गिरफ्तार कर लिया गया था, इसके बाद 1977 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को बाबतपुर एयरपोर्ट में काला झंडा दिखाने के लिए सिख धर्म की प्रमुख पहचान अपने केश को भी कटवा दिया, ताकि कोई पहचान न सके सतनाम सिंह ने कहा कि पहले देश है, धर्म बाद में है, मुगलसराय से आए शमीम अहमद मिल्की ने कहा कि यदुनाथ सिंह के कुछ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया था, कुछ भूमिगत रहते हुए आपातकाल के खिलाफ जनजागरण में जुटे थे, वहीं हरवंश सिंह ने कहा कि आपातकाल के दौरान पुलिस ने उनको बहुत प्रताड़ित किया, इस मौके पर समाजवादी चिंतको ने कहा कि लोकतंत्र पर आंच आई तो वे फिर से उसी तरह से विरोध करेंगे, जैसे युवावस्था व जवानी के दिनों मे किया करते थे, कार्यक्रम का संचालन करते हुए बजरंगी सिंह कुशवाहा ने कहा कि यदुनाथ सिंह खुद में एक क्रांतिकारी संस्था थे, वे साहस के प्रतीक थे, कभी भी हार मानने को तैयार ही नहीं होते थे, उनको सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी, जब उनके बताए रास्ते पर चलते हुए हम लोकतंत्र की रक्षा करे, कार्यक्रम में तमाम प्रबुद्ध चिंतको के साथ गणमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए।