झारखंड: इकलौती सवारी के लिए 535 किलोमीटर राजधानी एक्सप्रेस को चलाया गया, दरअसल टाना भगतों के आंदोलन से डालटनगंज स्टेशन पर फंसी राजधानी एक्सप्रेस में सवार युवती अनन्या ने जिद पकड़ ली कि वह राजधानी एक्सप्रेस से ही घर रांची जाएंगी, रेलवे अधिकारियों ने युवती को समझने की कोशिश की लेकिन अंत में जिद के आगे उन्हें झुकना पड़ा, इस दौरान राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में अनन्या इकलौती सवारी थी, 930 यात्रियों में 929 को रेलवे डालटनगंज से बसों से उनके गंतव्य की ओर पहले ही रवाना कर चुकी थी, लेकिन मुगलसराय से रांची के लिए नई दिल्ली रांची स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस में सवार हुई अनन्या के लिए राजधानी एक्सप्रेस को शाम करीब चार बजे डालटनगंज से वापस गया ले जाकर गोमो और बोकारो होते हुए रांची के लिए रवाना करना पड़ा।

दरअसल लातेहार जिला स्थित टोरी में टाना भगतों के रेलवे ट्रैक पर चल रहे आंदोलन की वजह से डालटनगंज में ही ट्रेन रोक दी गई, पहले तो अधिकारियों ने सोचा कि आंदोलन खत्म हो जाएगा तो ट्रेन रांची पहुंचा दी जाएगी। लेकिन आंदोलन खत्म नहीं हुआ तो रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को इसकी जानकारी दी गई, उन्होंने यात्रियों को बसों से रांची भेजने का आदेश दिया, और ट्रेन डालटनगंज में ही खड़ी रखने का निर्देश दिया, सभी यात्री तो बस से चले गए लेकिन अनन्या अड़ गई, ट्रेन को डालटनगंज से सीधे रांची आना था, डालटनगंज से रांची की दूरी 308 किलोमीटर है, मगर, ट्रेन को गया से गोमो व बोकारो होकर रांची रवाना करना पड़ा, इस तरह ट्रेन को 535 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ी, वहीं अनन्या की सुरक्षा के लिए आरपीएफ की कई महिला सिपाही भी तैनात की गई थीं, बीएचयू में एलएलबी की पढ़ाई करने वाली अनन्या का कहना है कि पूरा मामला मिस मैनेजमेंट का है, रात में एनाउंस किया गया था कि ट्रेन डालटनगंज होकर नहीं जाएगी उन्होंने ट्रेन की रफ्तार, सफाई बंदोबस्त और खानपान पर भी सवाल उठाए।