कोरोना संकट में देश की चौपट अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए मोदी सरकार की ओर से दिए गए आर्थिक पैकेज पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, कि इस वक्त लोगों के हाथ में पैसा होना चाहिए, राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की, वो अस्थायी तौर पर ही सही, NYAY योजना को लागू करें, सरकार को डायरेक्ट लोगों के खाते में पैसा भेजना चाहिए, साथ ही मनरेगा का कार्य दिवस 200 दिन तक बढ़ाया जाए, राहुल गांधी ने मां का उदाहरण
देते हुए कहा कि ‘जब बच्चों को चोट पहुंचती है, तो मां उनको कर्जा नहीं देती, बल्कि राहत के लिए तुरंत मदद देती है, कर्ज का पैकेज नहीं होना चाहिए था, बल्कि किसान, मजदूरों की जेब में तुरंत पैसे दिए जाने की आवश्यकता है’ मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि डिमांड को स्टार्ट करने के लिए अगर हमने पैसा नहीं दिया तो देश को बड़ा आर्थिक नुकसान होगा, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यह उंगली उठाने का वक्त नहीं है, हिन्दुस्तान के सामने बड़ी समस्या है उनको दूर करना है, लोग जो सड़कों पर चल रहे हैं, इनकी मदद हम सबको करनी है, चूंकी बीजेपी सरकार में है तो उनकी जिम्मेदारी बनती है, हम सब मिलकर इससे लड़ेंगे, वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने केरल में कोरोना वायरस पर कंट्रोल की तारीफ की और कहा कि वह एक मॉडल स्टेट है और बाकी राज्य उससे सबक ले सकते हैं।