महाकुंभ के लिए संगमनगरी में साधु संतों का आगमन जारी है, 13 जनवरी से शुरू होने वाले आस्था के इस महाकुंभ में ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगत गुरू शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती महाराज का शिविर में प्रवेश हुआ, शुक्रवार को भगवान आदि शंकराचार्य मंदिर अलोपीबाग से भव्य यात्रा निकली, हाथी घोड़े और ऊटों के साथ रथारूढ़ पूज्य जगतगुरू शंकराचार्य श्रीमज्ज्योतिष्पीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानन्द की इस यात्रा में 30 रथों पर विभिन्न अखाड़ों के महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर महंत एवं दंडी सन्यासी व साधू सन्तों ने यात्रा मार्ग में श्रद्धालु और भक्तों को दर्शन देकर आशीर्वाद दिया।
शिविर प्रवेश यात्रा में ध्वज पताकाओं के साथ पूर्व शंकराचार्यों का विशाल चित्र सजाया गया, शोभा यात्रा में दर्जनों धार्मिक चौकियां थी, जिसमें गंगाजी को शंकर की जटा से निकलते हुए दिखाय गया, वहीं दूसरी ओर सबसे लोकप्रिय चौकी में जवान अपने सीने पर गोली खाकर देश की रक्षा करते दिखा, जिसे श्रद्धालुओं ने बहुत पसंद किया, शोभा यात्रा डीजे, बैंड पार्टी, ढोल ताशा पार्टी ने प्रदर्शन किया, चौक में व्यापारियों ने फूलों की वर्षा करके पूज्य शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती का स्वागत किया, शोभायात्रा पूज्य शंकराचार्य मन्दिर अलोपीबाग से प्रारम्भ होकर चुंगी चौराहा, फोर्ट रोड चौराहा, रामजानकी मन्दिर, त्रिवेणी बांध, त्रिवेणी रोड, अखाड़ा मार्गों से होते हुए ज्योतिष्पीठ शंकराचार्य शिविर में प्रवेश किया।