देश ने आलू प्याज के आसमान छूते भाव और भारी महंगाई से सरकारों को सत्ता से हटते देखा है, महंगाई से जूझती जनता की थाली से दाल और टमाटर गायब हो रहे हैं, कहीं मौसम की मार है तो कहीं जानबूझ कर टमाटर की भारी डिमांड के बीच सप्लाई को बाधित करने के आरोपों के बीच किसानों को भी भारी हानि हो रही है, जनता भी परेशानी झेल रही है, तो वहीं टमाटर के नाम पर सियासत भी तेज है।
बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में आविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में बोलते हुए दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी में टमाटर के बढ़े दामों का जिक्र किया, और मंडी में आड़तियों से पूछा कि आखिर टमाटर के दाम क्यों बढ़ रहे हैं, तो वहां उन्हे विक्रेताओं ने बताया कि माल पीछे से नहीं आ रहा है, जब राहुल गांधी ने पूछा कि टमाटर कहां से आता है, तो विक्रेताओं ने बताया कि माल हिमाचल और बैंगलोर से आते हैं, अब आप ये भी जानते हैं कि दोनों जगह कांग्रेस की सरकार हैं, उधर हिमाचल के सब्जी कारोबारियों का आरोप है कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार टमाटर को हिमाचल से बाहर भेजने को मना कर रही है, जिससे किसानों ने टमाटरों को फेंकना शुरू कर दिया है, जानकारों का मानना है कि सप्लाई में कमी करके भारी डिमांड पैदा कर वस्तुओं के दाम बढ़ाये जा रहे हैं, और दूसरी ओर राजनीति करके महंगाई का रोना रोकर भाजपा सरकार को बदनाम करने की कोशिश जारी है।