हरियाणा: नूंह में कुछ हिन्दू संगठनों द्वारा ब्रजमंडल की यात्रा के आह्वान के बाद सोमवार को शांतिपूर्ण माहौल में भक्तों ने पूरी आस्था के साथ मंदिरों में जलाभिषेक किया, पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिले में किसी भी संगठन को शोभा यात्रा निकालने की इजाजत नहीं थी, लेकिन स्थानीय लोगों ने नल्हेश्वर मंदिर और झीर मंदिर में शांतिपूर्वक जलाभिषेक किया, एहतियात के तौर पर नूंह में धारा-144 लगाई गई थी औऱ लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई थी, पुलिस का कहना है, कि गांवों में बनी शांति कमेटियों ने जिला में सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने में मुख्य भूमिका निभाई।
सावन के आखिरी सोमवार पर नूंह में जलाभिषेक का कार्यक्रम पूरी आस्था के साथ शांतिपूर्ण तरीके से भक्तों ने किया, प्रशासन ने जलाभिषेक यात्रा को लेकर सोमवार को कड़े सुरक्षा इंतजाम किया था, लोगों को घरों से बाहर निकलने से मना करने पर बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा, वहीं गांवों में मस्जिदों के माध्यम से लोगों को घरों में रहने को कहा गया था, ऐसे में लोगों ने घरों में ही रहना मुनासिब समझा, सरकारी कार्यालय खुले रहे लेकिन दफ्तरों में ज्यादातर अनुपस्थित रहे।
वीएचपी समेत अन्य लोगों ने नल्हड मंदिर, फिरोजपुर झिरका मंदिर और सिंगार शिव मंदिर में जलाभिषेक किया, इसके लिए अलग-अलग टीमें बनी थीं, दोपहर में तीन गाड़ियों के काफिले में हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ अड़बर चौक से मंदिर के लिए वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार पहुंचे, इससे पहले पटौदी के स्वामी धर्मदेव मंदिर पहुंचे, इसके बाद रोडवेज बस से कुछ लोग मंदिर के लिए रवाना हुए, इसमें नूंह आधार कार्ड वाले लोगों को ही प्रवेश मिला।
जिले में सभी सामाजिक संगठन, जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने शांति बहाली के लिए कार्य किया,
उन्होंने लोगों सो आह्वान किया कि सोशल मीडिया जैसे प्लेटफार्म पर किसी भी प्रकार का भ्रामक प्रचार न करें, और शांति बहाली में अपना योगदान दें और सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की अफवाहों आदि की सूचना जिला प्रशासन को दें, जिससे माहौल खराब करने वालों से सख्ती से निपटा जा सके।