राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच फर्टिलाइजर घोटाले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों पर शिकंज कस रहा है, प्रवर्तन निदेशालय जोधपुर, पश्चिम बंगाल, गुजरात और दिल्ली में एक साथ छापेमारी कर रही है, आरोप है कि अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत की कंपनी अनुपम कृषि पर किसानों के लिए रियायती दरों में खरीदी उर्वरक को अधिक दामों पर मलेशिया और वियतनाम को बेच दिया, यह घोटाला 2007 से 2009 के बीच मनमोहन सिंह की सरकार में हुआ था जिसमें किसानों के लिए रियायती दर पर ली गई उर्वरक म्यूरिएट ऑफ पोटाश (MoP) को विदेशी प्राइवेट कंपनियों को बेचा गया था, दरअसल एमओपी निर्यात के लिए प्रतिबंधित है, एमओपी को भारतीय पोटाश लिमिटेड (IPL) से आयात किया जाता है, राजस्व खुफिया निदेशालय ने 2012-13 में इसका खुलासा किया था, ईडी के अनुसार यह करीब 150 करोड़ का घोटाला है |