कोरोना संकट में मदद के नाम पर राजस्थान और यूपी सरकार के बीच बसों की सियासत अब नए दौर पर पहुंच गई है, राजस्थान सरकार ने कोटा में फंसे यूपी के छात्रों के लिए बस भेजने के एवज में अब यूपी सरकार को खर्च का ब्यौरा भेज दिया है, तो वहीं बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि गहलोत सरकार के मदद की असलियत सामने आ गई है, राजस्थान सरकार ने यूपी की योगी सरकार को 36 लाख 36 हजार 664 रूपए का बिल भेज दिया है, उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम ने बिलों का भुगतान कर दिया है,
दरअसल कोरोना लॉकडाउन के दौरान राजस्थान के कोटा में फंसे बच्चों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने राजस्थान सरकार से अनुरोध किया था, कि अपनी कुछ बसों से वहां पर शेष बचे हुए बच्चों को यूपी की सीमा तक पहुंचा दें, जिन्हें यूपी रोडवेज की बसों से घर भेज दिया जाएगा, जिसके बाद राजस्थान सरकार ने 94 बसों का इंतजाम किया था, यूपी राज्य परविहन निगम की झांसी से गई बसों में डीजल कम पड़ा था जिस पर 70 बसों के डीजल के लिए यूपी सरकार 19.76 लाख रुपये का भुगतान पहले ही कर चुकी है, अब 36.36 लाख रुपये बसों के किराए का बिल राजस्थान रोडवेज की ओर से यूपी रोडवेज को भेजा गया है, अब हमलावर बीजेपी का कहना है कि एक ओर कांग्रेस यूपी के प्रवासी श्रमिकों के लिए नि:शुल्क बसें देने का दावा करती है, दूसरी ओर उसकी ही पार्टी की सरकार यूपी लाए गए बच्चों का किराया मांग रही है |