प्रयागराज/भारत की सम्प्रभुता और सीमा के लिए चीन सबसे बड़ा खतरा है, जिससे लड़ने के लिए हमको हर मोर्चे पर पूरी ईमानदारी से तैयारी करने की आवश्यकता है, राज्यसभा सांसद कुवंर रेवती रमण सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में जिस तरह से चीन सैन्य गतिविधि बढ़ा रहा है, ठीक उसी प्रकार 1962 में हिन्दी चीनी भाई-भाई का नारा देकर पीठ में छूरा घोपने का कार्य किया था, उसी प्रकार साबरमती के तट पर चीन के राष्ट्रपति पीएम मोदी के साथ झूला झूल कर गये हैं तब से सीमा पर लगातार चीनी सैनिकों द्वारा घुसपैठ हो रही है अभी तक 700 बार चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कार्रवाई अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, लद्दाख मे कर चुका है और भारत की कब्जे वाली काफी जमीन हड़प चुका है, उन्होंने कहा कि लोकसभा मे 15 वर्षों से लगातार मुलायम सिंह यादव चीन से बढ़ते खतरे को सदन के माध्यम से देश को आगाह करत रहे हैं लेकिन केन्द्र की सरकारें पाकिस्तान जैसे मुठ्ठी भर छोटे से देश में अपने को उलझाए रही,उन्होंने कहा कि चीन का रक्षा बजट भारत की तुलना में 3 गुना ज्यादा है,और वो टेक्नोलॉजी में भी हमसें आगे हैं इसलिए रक्षा बजट के साथ सैन्य क्षेत्र में उन्नत तकनीक विकसित करने की आवश्यकता है, हमें आर्थिक और औद्योगिक क्षेत्र में भी चीन के समकक्ष आना होगा,वहीं समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रवक्ता विनय कुशवाहा ने कहा कि नेपाल भी अब चीन के शह पर आंख तरेर रहा है, जबकि 2014 से केंद्र में बीजेपी की सरकार हैं जिसका नारा हैं ‘गर्व से कहो हम हिन्दू हैं’ वो दुनिया में एकमात्र हिन्दू राष्ट्र को भी नहीं समेट पाये।