भोपाल; मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले शिवराज कैबिनेट का विस्तार हुआ, शनिवार सुबह राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने तीन विधायक रीवा से राजेंद्र शुक्ल, महाकौशल से गौरी शंकर बिसेन और खरगापुर विधायक राहुल लोधी को शपथ दिलाई, चुनाव से महज तीन महीने पहले हुए इससे विस्तार से सरकार जातिगत नाराजगी और क्षेत्रीय समीकरण साधने की कोशिश कर रही है।
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार देर रात राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की थी, शिवराज मंत्रिमंडल में 35 में से चार पद खाली थे, तो चुनाव आचार संहिता लगने के करीब डेढ़ महीने पहले तीन विधायकों को मंत्रीमडल में शामिल कर लिया, सूत्रों का कहना है कि चौथे रिक्त स्थान को लेकर पार्टी नेताओं की सोच किसी आदिवासी या अनुसूचित जाति के विधायक को शपथ दिलाने की थी, लेकिन किसी एक नाम पर सहमति नहीं बनी, इसलिए तीन विधायकों को ही शपथ दिलाई गई, जिनमें महाकौशल से पूर्व मंत्री और बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन 7 बार विधायक और लोकसभा सदस्य रह चुके हैं, जो अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं, गौरीशंकर बिसेन अभी मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष भी हैं, दूसरे राहुल सिंह लोधी एक बार के विधायक और पूर्व सीएम उमा भारती के भतीजे हैं, बुंदेलखंड, ग्वालियर और चंबल में बड़ी संख्या में लोधी वोटर हैं, ऐसे में राहुल लोधी को मंत्री बनाकर भाजपा बुंदेलखंड के साथ ही ओबीसी वोटर को साधने की कोशिश कर रही है, जबकि तीसरे सदस्य पूर्व मंत्री और रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल विंध्य क्षेत्र में पार्टी का बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं, भाजपा को विधानसभा चुनाव में विंध्य में कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिलेगी, ऐसे में राजेंद्र शुक्ल को मंत्री बनाकर भाजपा ब्राह्मणों को साधने की कोशिश करेगी।