महाकुंभ में अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद से किन्नर अखाड़े में भी कलह बढ़ गई है, कई अखाड़ों के संतों की आपत्ति के बाद किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने एक पत्र जारी कर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी पदमुक्त कर दिया है, हालांकि आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने इस कार्रवाई को अनुचित बताया, उन्होंने कहा कि ऋषि अजय दास किसी पद पर नहीं हैं, किन्नर अखाड़े से पहले ही उन्हे निकाला जा चुका है, वह किस हैसियत से कार्रवाई कर सकते हैं।

महाकुंभ में किन्नर अखाड़े के आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उन्हें ममता कुलकर्णी को पिंडदान कर संन्यास की दीक्षा दी थी, पट्टाभिषेक के बाद ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर की पदवी दी गई और उनको नया नाम श्री यामाई ममता नंद गिरि कर दिया गया था, इसके साथ ही आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की अगुवाई में किन्नर अखाड़ा ने बृहस्पतिवार को चार महामंडलेश्वर समेत चार श्रीमहंत बनाए विधि-विधान से उनकी सभी धार्मिक क्रियाएं कराई गईं, इस दौरान महाराष्ट्र के शंकरानंद गिरि, राजस्थान की स्वरूपा भारती, यशोधानंद गिरि, पुणे के नारायणी नंद गिरि और सतीनंद गिरि को महामंडलेश्वर की पदवी दी गई, जबकि, दिल्ली की भैरवी नंद गिरि सरस्वती नंद गिरि, दिल्ली की दिव्यानी नंद गिरि और हरिहर नंद गिरि को श्रीमहंत बनाया गया, इस अवसर पर किन्नर अखाड़ा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी पार्वती नंद गिरि, महामंडलेश्वर मनिकंडन, प्रदेशाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी कल्याणीनंद गिरि समेत अन्य मौजूद रहे।