मॉरीशस के पास हिंद महासागर में फंसे जापान के तेल टैंकर MV वाकाशिओ के दो टुकड़े हो गए हैं, जिससे समुद्र में कच्चा तेल फैल गया है, जापानी मालवाहक जहाज 25 जुलाई को मॉरीशस के तट के पास एक चट्टान से टकरा कर फंस गया था, जहाज के चट्टान से टक्कर की वजह से उसके निचले हिस्से में दरार पड़ गई, जिससे जहाज के दो टुकड़े हो गए।
जहाज में लदा 4 हजार टन में से करीब एक हजार टन तेल समुद्र में फैल गया, हालात की गंभीरता को देखते हुए मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने पर्यावरणीय आपातकाल की घोषणा की थी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मदद मांगी थी, जिस पर भारत सरकार ने वायुसेना के हेलिकॉप्टर IAF C-17 के जरिये 30 टन टेक्निकल उपकरण और सामग्री भेजी, जिससे तेल रिसाव के संकट से मॉरीशस को बचाया जा सके, तेल रिसाव की समस्या से निपटने में दक्ष भारतीय तटरक्षक बल की 10 सदस्यीय टीम को भी इस संकट से निपटने के लिए तैनात किया गय।
भारतीय वायुसेना के विमान से 10,000 उच्च क्षमता वाले तेल शोषित करने वाले पैड भी भेजे गए, मॉरीशस को तेल रिसाव के संकट से निपटने के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने इसकी सप्लाई की है, दरअसल 25 जुलाई, 2020 को जापान का एक मालवाहक पोत एमवी वाकाशियो, मॉरीशस के दक्षिण पूर्वी हिस्से में फंस गया था।
जापान की शिपिंग कंपनी मेसर्स ओकिओ मैरीटाइम कॉर्प के स्वामित्व वाला 300 मीटर लंबा जहाज ब्राजील जा रहा था, इसमें लगभग 4000 मीट्रिक टन ईंधन भरा हुआ था, इस संकट में मॉरीशस ने भारत से मदद की गुहार लगाई थी।