लखनऊ: यूपी पुलिस की कारगुजारियों से परेशान एक मां-बेटी ने हजरतगंज इलाके में शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री कार्यालय के गेट नंबर 3 के बाहर आत्मदाह की कोशिश की, अमेठी की रहने वाली मां-बेटी को आनन-फानन में सिविल हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है, पीड़ित महिलाओं का आरोप है कि एक महीने से पुलिस अधिकारियों का चक्कर लगा रही हैं, लेकिन यूपी पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही है, आरोप है कि अमेठी में एक नाली के विवाद को लेकर दबंगों ने पीड़ितों की पिटाई कर दी, FIR लिखवाने पर भी दबंगों ने थाने के बाहर उनकी पिटाई की, और धमकी दी कि एक्सीडेंट कर देंगे और उसमें नाम डलवा देंगे, जिसको लेकर पिछले एक महीने से मां-बेटी इंसाफ के लिए चक्कर लगा रही थीं, पीड़ित महिला गुड़िया का कहना है कि नाली के विवाद तक की सुनवाई नहीं हो रही है, हम लोगों ने कंप्लेंट लिखवाई, उसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है, दबंग लगातार हमको धमकी दे रहे हैं हमें मारा-पीटा जा रहा है उसके बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है।
वहीं इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरते हुए एक ट्वीट किया, ‘लखनऊ में लोकभवन के सामने दो महिलाओं द्वारा दबंगों के खिलाफ़ कोई कार्रवाई न होने से हताश होकर आत्मदाह करने की दुःखद ख़बर आयी है, सपा ने लोकभवन इसलिए बनवाया था कि वहां बिना भेदभाव आम जनता अपनी शिकायतों के निवारण के लिए जा सके, लेकिन इस बीजेपी सरकार में गरीबों की कोई सुनवाई नहीं’।