जीतेंद्र/लखनऊ: यूपी 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती में हुए फर्जीवाड़े पर यूपी सरकार एक्शन में है, बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश कुमार द्विवेदी ने फर्जीवाड़े पर कहा कि योगी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है, सरकार ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए 11 लोगों को गिरफ्तार किया है, साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीति कर भर्ती प्रक्रिया को रोकने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि इतने साफ-सुथरे ढंग से हुई भर्ती विरोधियों को पच नहीं रही है, वहीं भर्ती घोटाला में परीक्षा के टॉपर को प्रयागराज के सोरावं थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में 50 से अधिक अभ्यर्थियों की तलाश पुलिस कर रही है, आरोप है कि अभ्यर्थी 8 से 10 लाख रुपए देकर पास हुए हैं, इस सनसनीखेज खुलासे के बाद प्रयागराज के दर्जनों सेंटरों पर हुई परीक्षा पूरी तरह से रद्द हो सकती है, दरअसल शिक्षक भर्ती परीक्षा में 150 में से 142 नंबर पाने धर्मेंद्र कुमार पटेल को देश के राष्ट्रपति का नाम तक नहीं पता है, धर्मेंद्र जनरल नॉलेज के आसान सवालों के भी जवाब नहीं दे सके, इस मामले में प्रयागराज एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने कहा कि प्रतापगढ़ निवासी राहुल सिंह ने कहा कि एक जून को रिजल्ट आया तो राहुल का नाम उसमें नहीं था,जिसके बाद उसने सोरांव थाने में पूर्व जिला पंचायत डॉ कृष्ण लाल पटेल समेत आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी,उसने आरोप लगाया था कि 69000 सहायक शिक्षा भर्ती में आरोपियों ने परीक्षा पास कराने के लिए 7.50 लाख कैश दिया था, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आठ नामजद आरोपियों में 7 को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की उनके पास से 756000 नकद और अन्य डाक्यूमेंट्स मिले थे।