शिवमोहन/रायबरेली: उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में बड़ा घोटाला सामने आया है, जहां रायबरेली के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में तैनात एक साइंस की टीचर ने एक साथ कई स्कूलों में नौकरी करते हुए सरकार को 1 करोड़ का चूना लगा दिया, इस भ्रष्टाचार का पर्दाफाश होने पर शिक्षा विभाग मामले की जांच में जुट गया है।
दरअसल मैनपुरी की रहने वाली अनामिका शुक्ला प्रयागराज, अंबेडकरनगर, अलीगढ़, सहारनपुर, बागपत जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में एक साल से ज्यादा समय से टीचर के पद पर नियुक्त हैं, इन स्कूलों में टीचरों की नियुक्ति कांट्रैक्ट बेस पर होती है, जहां हर महीने में 20 से 22 हजार रुपए वेतन दिया जाता है, अनामिका शुक्ला फरवरी तक रायबरेली के कस्तूरबा गांधी स्कूल में नियुक्त रहीं, मामला सामने आने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश ने आरोपी टीचर को नोटिस भेजा तो वो उपस्थित नहीं हुईं, और 26 मई को वॉट्सऐप पर अपना इस्तीफा भेज दिया, अब अधिकारी आरोपी टीचर के खिलाफ FIR दर्ज कराकर रिकवरी की बात कह रहे हैं, लेकिन सवाल उठता है कि इस टीचर ने एक साथ कई स्कूलों में बिना विभाग के मिली भगत से कैसे बायोमैट्रिक अटेंडेंस लगाई और कैसे इतनी बड़ी रकम पर हाथ साफ किया।