यूपी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘लोकल फॉर वोकल’ अभियान को बढ़ावा देते हुए, ‘राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन’ की पहल पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से स्वदेशी ’’प्रेरणा’’ राखी को बाजार में लाया गया है, बाजार में इन राखियों की काफी मांग भी है, समूह की दीदियों की ओर से स्टॉल लगाकर राखियों की बिक्री की जा रही है, थोक विक्रेता भी समूह की दीदियों से राखी की मांग कर रहे हैं, भारी मात्रा में इनको राखी बनाने के ऑर्डर भी मिले हैं|

समूहों की दीदियों ने प्रदेशभर में अब तक करीब 30 लाख रुपये से अधिक की राखी तैयार की है, समूह का करीब 1 करोड़ रुपये की राखी बेचने का लक्ष्य है, इन महिलाओं ने ना केवल रंग-बिरंगी राखियां तैयार की हैं बल्कि बच्चों के फेवरेट कार्टून कैरेक्टर की भी राखी बनाई गई है, जिसमें मोटू-पतलू, छोटा भीम और डोरेमोन जैसे करेक्टर खासे पसंद किए जा रहे हैं |

यूपी ‘राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन’ के निदेशक सुजीत कुमार का कहना है कि ‘मेक इन इंडिया’ को मजबूती देने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन लगातार कार्य कर रहा है, जिसके तहत प्रदेश के कई जिलों में 211 समूह और करीब एक हजार महिलाएं राखी बनाने के कार्य में लगी हैं, अभी तक 2 लाख से ज्यादा राखी तैयार की जा चुकी हैं जिसका बाजार मूल्य लगभग करीब 30 लाख है, इतना ही नहीं इन महिला समूहों की ओर से राखियों की बिक्री भी की जा रही है, विभिन्न समूह की महिलाओं की ओर से करीब 145 दुकानों के माध्यम से राखियां बेंची जा रही हैं, इन राखियों को बनाने में स्वदेशी सामग्री का ही प्रयोग किया जा रहा है, तथा कोशिश की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्वदेशी राखी मिल सके।