अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भव्य निर्माण की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को मंदिर निर्माण का भूमि पूजन करेंगे और नींव की पहली ईंट रखेंगे, अनुष्ठान 3 अगस्त, रक्षा बंधन के दिन से ही शुरू हो जाएंगे, राम मंदिर के भूमिपूजन का मुहूर्त 12 बजकर 15 मिनट 15 सेकेंड से 12 बजकर 15 मिनट 47 सेकेंड तक है, यानी प्रधानमंत्री 32 सेकंड में भूमि पूजन करेंगे, पीएम के हाथों आधारशिला के रूप में 5 नक्षत्रों की परिचायक पांच रजत शिलाएं रखी जाएंगी।
यह ईंट करीब 22.6 किलोग्राम वजन की है,और इन एक ईंट का मूल्य करीब 15 लाख 59 हजार रुपये है।ऐतिहासिक पल को भव्य और यादगार बनाने की हर कोशिश की जा रही है, राम मंदिर के निर्माण के लिए देश के अलग-अलग मंदिरों और पवित्र नदियों का जल अयोध्या लाया जा रहा है।
मंदिर निर्माण के मुख्य शिल्पी चंद्रकात सोमपुरा उनके दोनों बेटे निखिल और आशीष ने भगवान विष्णु को सर्वाधिक प्रिय नागर शैली में श्रीराजन्मभूमि मंदिर की नई डिजाइन का डायग्राम, 3-डी मॉडल से लेकर हर हिस्से का मैप और लागत तक का ब्योरा तैयार कर लिया है, गर्भगृह, शिखर , कलश, गोपुरम, रथ, उरूशृंग, मंडप, अर्धमंडप, जगति, स्तंभ, परिक्रमा या प्रदक्षिणा, शुकनात, तोरण, अंतराल, गवाक्ष, अमलक और अधिष्ठान इस मंदिर के 17 हिस्से होंगे।
गुलाबी पत्थर से बनने वाला 84 हजार 600 वर्गफुट का विशाल श्रीरामजन्मभूमि मंदिर अब तक नागर शैली के बने मंदिरों में सबसे शानदार होगा, एक शिखर और पांच विशाल मंडपों के गुंबद से बना तीन तल का यह दिव्य मंदिर विश्वभर में अनूठा होगा, पूरब मुखी मंदिर की लंबाई 268 से 360 फुट और चौड़ाई 140 से बढ़ाकर 235 फुट की गई है, जबकि ऊंचाई 128 से 161 फुट हो गई है। मंदिर में गर्भगृह पर सबसे ऊंचा 161 फुट का शिखर बनेगा, इसके अलावा गूढ़ मंडप, नृत्यमंडप, रंगमंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप पर कुल पांच गुंबद होंगे।
इस मंदिर के विभिन्न हिस्सों में लगने वाले तराशे गये पत्थरों की डिजाइन से लेकर माप और लागत आदि का ब्योरा तैयार हो गया है, इसे सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका अवलोकन करेंगे, इसके बाद ही श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इसका विवरण और लागत सार्वजनिक करेगा ।