रूस: दुनियाभर में कोरोना महामारी के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को कोरोना वैक्सीन का ऐलान किया, उन्होंने कहा कि उनके देश ने कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन बना ली है, व्लादिमीर पुतिन का दावा है कि ये दुनिया की पहली सफल कोरोना वायरस वैक्सीन है, और उसे रजिस्टर्ड भी करा लिया गया है, इस तरह से कोरोना वैक्सीन रजिस्टर्ड कराने वाला रूस दुनिया का पहला देश बन गया है, जिसे रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है, यही नहीं प्रेसिडेंट पुतिन ने कहा कि उनकी बेटी ने भी इस वैक्सीन को लिया है, और वो बेहतर महसूस कर रही है, राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि टेस्ट के दौरान वैक्सीन के अच्छे नतीजे आये हैं, इस वैक्सीन से कोरोना वायरस से लंबे समय तक सुरक्षा हो सकेगी, वैक्सीन सभी जरूरी टेस्ट से होकर गुजरी है, अब रूस की सरकार ने ऐलान किया है, कि इस वैक्सीन को सबसे पहले मेडिकल कर्मचारियों के साथ उन लोगों को ये वैक्सीन पहले दी जाएगी जिनके कोरोना संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होगा, अक्टूबर से पूरे रुस में वैक्सीनेशन की शुरुआत होगी, समाचार एजेंसी के अनुसार, इस वैक्सीन को मॉस्को के गामेल्या इंस्टीट्यूट ने बनाया गया है, मंगलवार को रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीन को सफल करार दिया. इसी के साथ व्लादिमीर पुतिन ने ऐलान किया कि रूस में जल्द ही इस वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू किया जाएगा और बड़ी संख्या में वैक्सीन की डोज़ बनाया जाएगा।
वहीं रूस के इस दावे पर दुनियाभर में सवाल भी खड़े हो रहे हैं, न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया को यह चिंता है कि रूस राजनीति या प्रोपेगैंडा के मकसद से जल्दबादी में वैक्सीन के सफल होने का ऐलान कर रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी पिछले हफ्ते चेतावनी दे चुका है., कि रूस को टेस्टिंग के परंपरागत तरीकों को छोड़कर वैक्सीन तैयार नहीं करना चाहिए, रूसी वैक्सीन के शुरुआती ट्रायल बंदर और फिर इंसानों पर हुए थे, रूस को इन ट्रायल में कथित तौर से सफलता मिली. लेकिन आरोप है कि वैक्सीन तैयार करने वाली संस्था Gamaleya Institute ने बड़े पैमाने पर वैक्सीन का नियंत्रित ट्रायल नहीं किया है, WHO ने दुनियाभर की तमाम वैक्सीनों की लिस्ट तैयार की है जिनके ट्रायल चल रहे हैं, लेकिन अभी तक इस लिस्ट में रूसी वैक्सीन नहीं है, हालांकि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कहना है कि वैक्सीन स्थिर रूप से इम्यूनिटी डेवलप करती है और काफी प्रभावी भी है, मैं दोहराता हूं, यह वैक्सीन तमाम जरूरी जांच से गुजर चुकी है।