लॉकाडाउन के बीच दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के प्रमोटर कपिल और धीरज वधावन समेत 23 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, वधावन ब्रदर्स खंडाला के एक गेस्ट हाउस में छिपे थे, येस बैंक घोटाला मामले में एजेंसियां पूछताछ के लिए इनकी तलाश कर रही थी, दरअसल 8 मार्च को येस बैंक के फाउंडर राणा कपूर को ईडी ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद गिरफ्तारी के डर से वधावन ब्रदर्स खंडाला गए और एक गेस्ट हाउस में छिप गए, यह आरोप है कि DHFL के प्रमोटर कपिल और धीरज वधावन ने कपूर परिवार को घूस देकर येस बैंक से सैकड़ों करोड़ के लोन हासिल किए, इस में मुख्य आरोपी वधावन भाइयों को ईडी और सीबीआई ने कई बार समन भेजा, लेकिन ये एजेंसियों से नहीं मिले, हाल में इन्होने कोरोना वायरस के प्रकोप का बहान बता कर घर से नहीं निकलने की बात कही, ED और CBI ने वधावन परिवार के मुंबई और महाबलेश्वर के फार्म हाउस पर छापेमारी की जहां बधावन नहीं मिले, लेकिन लॉकडाउन शुरू होने के बाद खंडाला गेस्ट हाउस मालिक कमरे खाली करने का उन पर दबाव बनाने लगा, ऐसे में वधावन ब्रदर्स ने अपने कुछ खास अधिकारियों की मदद ली, महाराष्ट्र के गृह विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी अमिताभ गुप्ता ने लेटर लिखकर यह आदेश दिया कि वधावन ब्रदर्स और 21 अन्य लोगों को खंडाला से महाबलेश्वर जाने दिया जाए, इसकी पुष्टि सतारा पुलिस ने भी की है, सतारा पुलिस ने वधावन ब्रदर्स समेत सभी 23 लोगों को पंचगनी के सेंट जैवियर्स स्कूल में क्वारंटीन किया है