रक्षाबंधन और सावन के पांचवें सोमवार पर सुबह से मंदिरों में श्रद्धालु भोले बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, भगवान शिव के प्रिय श्रावण मास का आज अंतिम दिन और आखिरी सोमवार है, सावन के पहले और अंतिम सोमवार का विशेष महत्व होता है, पांचवा सोमवार कई मायनों में बहुत खास है, आज के दिन रक्षा बंधन के साथ-साथ ग्रह-नक्षत्रों का भी अद्भुत संयोग बन रहा है, मान्यता है कि इस शुभ योग में आसानी से भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
पुराणों के अनुसार, सावन के महीने में भगवान शिव अपने परिवार समेत पृथ्वी पर आते हैं, और यहीं से सृष्टि का संचालन करते हैं और सावन की पूर्णिमा के दिन भगवान शिव माता पार्वती के साथ पृथ्वी के भ्रमण पर निकलते हैं और भक्तों को आशीर्वद देते हैं इसलिए सावन के अंतिम दिन का विशेष महत्व होता है, सावन सोमवार के अंतिम दिन प्रीति योग, आयुष्मान योग और सर्वार्थसिद्धि योग के साथ सोमवती पूर्णिमा है, आज के दिन विधि विधान से पूजा करने पर सौभाग्य की प्राप्ति होती है।