15 जुलाई से सीबीएससी बचे हुए बोर्ड एग्जाम को आयोजित करेगी, जिस पर स्टे की मांग को लेकर कुछ अभिभावकों ने कोरोना वायरस के हालातों का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट में अपील की है, कि सीबीएससी बोर्ड स्टूडेंट्स का रिजल्ट इंटरनल असेसमेंट के आधार पर दें, आपको बता दें कि एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने हाल में ही फैसला लेते हुए कहा था कि सीबीएससी बोर्ड 10 वीं और 12वीं के अपने बचे हुए एग्जाम एक जुलाई से 15 जुलाई के बीच कराएगा, अभिभावकों ने अपनी याचिका में देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से बढ़ते खतरे का जिक्र करते हुए कहा कि एम्स के डाटा के अनुसार, कोरोना वायरस आने वाले समय में भारत में अपने चरम पर होगा, ऐसे में सीबीएससी की परीक्षाएं कराना बच्चों की सेहत के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है,इसलिए अभिभावकों की मांग की है कि इन परीक्षाओं को रद्द किया जाना चाहिए, कोरोना के खतरों के बीच सीबीएससी की परीक्षाएं कराना बेहद जोखिम भरा कदम साबित हो सकता है, पेरेंट्स अब इंटरनल एसेसमेंट के जरिये रिजल्ट घोषित करने की मांग कर रहे हैं |