भारत-चीन सैनिकों में लद्दाख के गलवान घाटी में जारी तनाव के बीच केंद्र सरकार ने युद्ध की तैयारियों के मद्देनजर तीनों सेनाओं के लिए 500 करोड़ का इमरजेंसी फंड जारी किया है, सेना इस आपातकालीन फंड से ज़रुरत पड़ने पर किसी भी तरह का हथियार खरीद सकती है, गलवान घाटी में दोनों देशों बीच तनाव से देश की तीनों सेनाएं हाई अलर्ट पर हैं, सीमा पर इस तनातनी के बीच नरेंद्र मोदी सरकार ने इमरजेंसी स्थिति में निपटने के लिए सेना के लिए फंड जारी किया है, यह सेना को मिली बड़ी आर्थिक मदद है, चीन की धोखेबाजी के बाद भारत अब चीन पर भरोसा करके के किसी तरह के जोखिम को उठाने के मूड में नहीं है, सीमा पर किसी भी तरह की स्थिति पैदा हो सकती है, ऐसे में चीन को माकूल जवाब देने के लिए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की गश्त तेज़ हो गई हैं|

जानकारों का मानना है कि सरकार ने चीन से निपटने के लिए अब तीनों सेनाओं को आर्थिक शक्ति भी दे दी है, इस प्रोजेक्ट के तहत सुरक्षाबल, डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स की सहमति के साथ जरूरी होने पर किसी भी तरह के हथियार खरीद सकेंगे, सेनाएं जिन हथियारों की कमी से जूझ रही है, इमरजेंसी में रिक्वायरमेंट प्रोसीजर के तहत सेनाएं अपने लिए साजो-सामान खरीद सकेंगी, इस फंड से सेना के लिए किसी भी तरह के नए हथियार खरीदे जा सकते हैं तीनों सेनाएं पहले ही हथियारों और उपकरणों की एक सूची तैयार कर चुकी हैं, जरूरत पड़ते ही उन्हें जल्द ही खरीद लिया जाएगा |