उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार जारी है, यूपी में प्रतिदिन औसतन पांच हजार कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, 10 अगस्त को मरीजों की संख्या 1,26,722 थी और अब 25 अगस्त को यह संख्या 1,97,508 तक पहुंच गई है, यानी 15 दिनों में 70 हजार से अधिक मरीज बढ़ गए हैं, प्रदेश में अबतक संक्रमण से 3,059 लोगों की मौत हुई है, हालांकि की प्रदेश में मृत्यु दर औसतन 2.4 प्रतिशत है।

उधर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामले पर हाईकोर्ट में दाखिल जनहित याचिका के माध्यम से मॉनीटरिंग कर रही, न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा और न्यायमूर्ति अजीत कुमार की पीठ ने कहा कि हमें बार-बार यही भरोसा दिलाया जा रहा है, कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं, मगर इन तमाम उपायों के बावजूद लोगों को चाय और पान की दुकानों पर एकत्र होने, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में जाने और बेवजह घूमने से रोकने में कामयाबी नहीं मिली, लोग मास्क पहनने और सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, कोर्ट ने कहा कि ऐसी स्थिति में कुछ कड़े कदम उठाने होंगे, कानून लोगों के लिए बना है और यदि लोगों को उनके घरों में कैद करके रोका जा सकता है, तो ऐसा करें क्योंकि यह न केवल सिर्फ लोगों की जान बचाएगा बल्की सरकारी संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सकेगा।