यूपी-2022 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीएसपी ने संगठन में भारी फेरबदल करते हुए पार्टी में कई बदलाव किये हैं, पार्टी और कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए बीएसपी ने अरसे से उपेक्षित पड़े कई वरिष्ठ नेताओं को मंडलों की जिम्मेदारी सौंपी है, 2019 संसदीय चुनाव और 2017 विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त खाने के बसपा दोबारा मज़बूती के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है, जिसको लेकर दिल्ली में बीएसपी प्रमुख मायावती ने 5 और 6 जुलाई को यूपी के मंडलों के कुछ नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक कर स्थिति की जानकारी ली, इसके बाद मायावती ने राष्ट्रीय महामंत्रियों के साथ बैठक कर उत्तर प्रदेश में पार्टी संगठन को नया रूप देते हुए कई मंडलों पर सेक्टर प्रभारियों का सिस्टम खत्म कर मंडल स्तर पर मुख्य सेक्टर प्रभारियों की तैनाती की है, और जिला स्तर पर भी सेक्टर प्रभारी तैनात किया है, वहीं पार्टी में कई सालों से हाशिए रहे वरिष्ठ नेताओं को फिर से मंडलों में बसपा की संगठनात्मक जिम्मेदारी सौंपी गई है, वहीं लखनऊ मंडल के लिए बसपा विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा, शमशुद्दीन राइन, एमएलसी भीमराव आंबेडकर और राजकुमार गौतम को मुख्य सेक्टर प्रभारी बनाया गया है, सभी मुख्य सेक्टर प्रभारी मंडल की सभी संगठनात्मक गतिविधियों को देखते हुए पार्टी की मजबूती के लिए काम करेंगे|
मंडल के हिसाब से इन सेक्टर प्रभारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है
मेरठ—शम्सुद्दीन राईनी,
मुरादाबाद— गिरीश चंद्र जाटव और शम्सुद्दीन राइनी
अलीगढ़— मुनकाद अली और रणवीर सिंह कश्यप,
सहारनपुर—शम्सुद्दीन राइन,
आगरा—मुनकाद अली और सुमित जैन,
बरेली—गिरीश चंद्र जाटव और शम्सुद्दीन राईनी,
झांसी—लालाराम अहिरवार, बृजेश जाटव, भूपेंद्र आर्या और रविकांत मौर्य,
चित्रकूट—लालाराम अहिरवार, मधुसूदन कुशवाहा और जितेंद्र शंखवार,
कानपुर—आरएस कुशवाहा, बौ़द्ध प्रिय गौतम और हेमेंद्र प्रताप सिंह,
प्रयागराज—रामअचल राजभर, डॉ. राम कुमार कुरील, डॉ. अशोक गौतम और टिकेस गौतम.
मिर्जापुर—रामकुमार कुरील और आशोक गौतम,
वाराणसी—नौशाद अली, मदन राम और रामचंद्र गौतम,
आजमगढ़—नौशाद अली, मदन राम और हरिश्चंद्र गौतम,
बस्ती—घनश्याम चंद्र खरवार,
देवीपाटन—बलिराम और इंदलराम,
फैजाबाद—घनश्याम चंद्र खरवार और दिनेश चंद्रा,
और गोरखपुर में घनश्याम चंद्र खरवार और सुधीर कुमार बीएसपी को मज़बूती दिलाएंगे|