बजट सत्र के दौरान संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि ये दशक भारत के लिए महत्वपूर्ण है, आजादी के 75 साल पूरे होंगे, मेरी सरकार के प्रयासों से पिछले पांच वर्ष में इस दशक को भारत का दशक बनाने की नींव रखी जा चुकी है, बजट सत्र के पहले दिन संसद में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि विरोध के नाम पर हिंसा से देश कमजोर होता है, मुझे प्रसन्नता है कि संसद के दोनों सदनों द्वारा नागरिकता संशोधन कानून बनाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की इच्छा को पूरा किया गया है, मैं पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की निंदा करते हुए विश्व समुदाय से इसका संज्ञान लेने और इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने का भी आग्रह करता हूं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने का जिक्र करते हुए वहां के लोगों को बधाई दी, साथ ही उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने के साथ कश्मीर के लोगों को वही अधिकार मिले हैं जो पूरे देश को मिलते हैं, इससे कश्मीर का विकास होगा, राष्ट्रपति के अभिभाषण से संसद तालियों से गूंज उठा, सत्ता पक्ष काफी देर तक तालियां बजाता रहा, तो वहीं कुछ ही पलों में विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया, जिससे कुछ देर के लिए राष्ट्रपति के अभिभाषण में रुकावट भी पैदा हुईं,