नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी के लिए कार्य करने वाले यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) के तीसरे वार्षिक नेतृत्व शिखर सम्मेलन को संबोधित किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि कोरोना महामारी आएगी, इसने हर किसी को प्रभावित किया, लेकिन भारत के लोगों की आकांक्षाओं को यह प्रभावित नहीं कर सका, हम 1.3 अरब भारतीय आत्मनिर्भर भारत के मिशन में जुटे हैं, आत्मनिर्भर भारत का उद्देश्य भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित करना है, आगे का रास्ता पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर में अवसरों से भरा पड़ा है, इसमें कोर इकनॉनमिक सेक्टर और सोशल सेक्टर भी शामिल है, हाल ही में रेलवे, डिफेंस, स्पेस और अटॉमिक एनर्जी के क्षेत्र को खोला गया है, हमारे लेबर रिफॉर्म्स एम्प्लयॉर के ऊपर से कंप्लायंस का बोझ हटाएंगे और कर्मचारियों को सोशल सिक्यॉरिटी की सुविधा भी देंगे, 2019 में भारत में FDI 20 फीसदी बढ़ा, यह ऐसे वक्त में हुआ जब दुनिया में इसमें गिरावट देखी गई है, यह हमारी FDI स्कीम की सफलता को दिखाता है, वहीं भारत-अमेरिका संबंधों पर पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका की दोस्ती लगातार मजबूत होती जा रही है, सत्ता पर दूसरी बार काबिज होने के बाद पीएम मोदी ने पिछले साल अमेरिका का दौरा किया था, वहीं, इस साल की शुरुआत में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत दौरे पर आए थे, जहां उनका शानदार स्वागत किया गया था, आज चीन से जारी तनाव के बीच अमेरिका भारत के साथ खड़ा रहा है, आपको बता दें कि यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) एक गैर-लाभकारी संगठन है, 31 अगस्त से शुरू हुए पांच दिवसीय शिखर सम्मेलन का थीम ‘यूएस-इंडिया नेविगेटिंग न्यू चैलेंजेस’ है, इस वर्चुअल समिट में केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी हिस्सा ले रहे हैं, इस बार इसमें भारत में ग्लोबल मैन्यूफैक्चरिंग हब बनने की संभावनाएं, भारत के गैस बाजार में अवसर, भारत में एफडीआई को आकर्षित करने के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, कॉमन अपॉर्च्युनिटीज एंड चैलेंजेज इन टेक स्पेस, इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक इश्यूज, इनोवेशन इन पब्लिक हेल्थ जैसे विषय थीम में शामिल किए गए हैं |